जिलाधिकारी ने कहा जांच की जाएगी
पूर्वी चंपारण कोटवा/लोकल पब्लिक न्यूज़: स्थानीय स्तर पर भूमि विवाद निपटने के उद्देश्य से सरकार के निर्देश के आलोक में प्रत्येक शनिवार को थाना में लगने वाला जनता दरबार मखौल बन कर रह गया है। यूं तो गत चार माह से सिर्फ औपचारिकता बने जनता दरबार मे सीओ के बदले किरानी और थानेदार के बदले जमादार बैठ कर फोटो खिंचा कर फरियादियों के आवेदन लेकर कर्रवाई पूरी कर दी जाती रही है। परंतु शनिवार को तो हद हो गई; जब जनता दरबार में आए फरियादी दिन भर इंतजार करते रह गए और सीओ नही आईं। इस सूचना के बाद लोगों में काफी रोष देखने को मिला।लोग सरकार और प्रशासन को कोसते बैरंग वापस लौट गए।
कई फरियादियों ने आरोप लगाया कि हर शनिवार को मामले के निपटारे को लेकर बुला लिया जाता है। यहां आने पर कोई पदाधिकारी या कर्मी आते ही नही।बरहरवा कला के रामनरेश ठाकुर ने बताया की विगत चार शनिवार से आ रहे है। लेकिन जनता दरबार में कोई पदाधिकारी या कर्मी नही आ पाया है आज भी यही हुआ।
उन्होंने बताया की उनके जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया गया है। इसके निराकरण के लिए जनता दरबार में आवेदन दिया गया है।कामेश पंडित का भी आरोप है कि उन्होंने भी जनता दरबार मे आवेदन दिया है। परन्तुविपक्षी को नोटिस तक नही हुआ।
हसनपुर निवासी संतोष शर्मा बनाम अमल महतो का हाल भी वैसा ही है। भूमि विवाद को लेकर आवेदन दिया गया है।दो शनिवार से सुनवाई के लिए आ रहे है,लेकिन जनता दरबार में पदाधिकारी के नही होने के चलते वापस लौट जा रहे है।भोपतपुर निवासी ताबीर खान की समस्या है की पाटीदार जमीन बेच दे रहा है।बैरिया के मनोज कुमार यादव ने उनके जमीन को पाटीदार द्वारा कब्जा कर लिया गया है।जिसको लेकर जनता दरबार में आए थे।वैसे ही जागीर कररीया की रामावती देवी तीन शनिवार से आ रही है और वापस लौट जा रही है।मच्छरगंव के शुदिष्ट प्रसाद,सोबैया के पूजा कुमार को उनके जमीन में घर नही बनाने दे रहा है एवं कैलाश राय सहित कई फरियादी अपनी अपनी समस्याएं को लेकर जनता दरबार में पहुंचे थे। मामले में पूछे जाने पर जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि जांच की जाएगी।