पूर्वी चंपारण: जिले में स्मार्ट (प्रीपेड) मीटर लगाने की प्रक्रिया में अब तक 52% लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। मोतिहारी, चकिया, और रक्सौल डिविजनों में क्रमशः 48%, 46%, और 65% उपलब्धि प्राप्त की गई है। कार्यपालक अभियंता विद्युत के अनुसार, यह स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए हर तरह से लाभकारी सिद्ध हो रहे हैं, क्योंकि इससे बिलिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और त्रुटिहीन हो गई है।
मोतिहारी डिवीजन में कुल 2,85,767 विद्युत उपभोक्ताओं में से 1,38,214 उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जो 48% लक्ष्य हासिल हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में 2,33,817 उपभोक्ताओं में से 95,808 को और शहरी क्षेत्र में 51,950 उपभोक्ताओं में से 42,406 को स्मार्ट मीटर लगा दिए गए हैं।
चकिया डिवीजन में कुल 2,95,175 उपभोक्ताओं में से 1,36,600 के यहां स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं, जिससे 46% लक्ष्य पूरा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में 2,75,590 उपभोक्ताओं में से 1,22,932 और शहरी क्षेत्रों में 19,585 उपभोक्ताओं में से 13,668 को स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं।
रक्सौल डिवीजन सबसे आगे है, जहां 65% उपलब्धि दर्ज की गई है। यहां कुल 2,12,908 उपभोक्ताओं में से 1,37,375 को स्मार्ट मीटर लगा दिए गए हैं।
जिले भर में कुल 7,93,850 विद्युत उपभोक्ताओं में से 4,12,189 के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। स्मार्ट मीटर की स्थापना उपभोक्ताओं के लिए बिना किसी शुल्क के की जा रही है, और इसके कई फायदे हैं, जैसे 1.5% प्रोत्साहन राशि, ऑनलाइन रिचार्ज पर 1% की छूट, और पारदर्शी बिलिंग प्रक्रिया। स्मार्ट मीटर से बिजली के बकाया भुगतान के लिए 300 दिनों की सुविधा भी दी जा रही है, जिससे उपभोक्ताओं को वित्तीय राहत मिल रही है।
पूर्वी चंपारण में 52% प्रीपेड मीटर (स्मार्ट मीटर) लगाने का लक्ष्य हासिल, रक्सौल डिवीजन सबसे आगे।
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