वर्तमान रबी मौसम में डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) की मांग बढ़ने के कारण पूर्वी चंपारण में इसकी कमी हो गई है। इस कमी को पूरा करने के लिए हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड द्वारा 9000 बोरा डीएपी उपलब्ध कराया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह ने बताया कि अगले 3-4 दिनों में अतिरिक्त डीएपी रैक मिलने की उम्मीद है। उन्होंने किसानों से संयम रखने का अनुरोध किया और एनपीके उर्वरक को डीएपी का वैकल्पिक उपयोग करने की सलाह दी, जो पौधों के विकास के लिए उपयुक्त है।
पूर्वी चंपारण में डीएपी की कमी, किसानों के लिए विकल्प उपलब्ध।
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