पूर्वी चंपारण, कोटवा:जमीन पर दखल कब्जा और आवास के लिए जमीन की मांग को लेकर दर्जनों महादलित महिला-पुरुषों ने शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय में हंगामा किया। अपनी मांगों को लेकर आक्रोशित लोगों ने घंटों प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान अंचल या प्रखंड के कोई भी पदाधिकारी कार्यालय में मौजूद नहीं थे, जिससे कर्मचारियों ने भी स्थिति से बचने के लिए इधर-उधर खिसकने में भलाई समझी।
आक्रोशित महिला पुरुष सीओ पर उनकी मांगों को अनदेखी का आरोप लगाया। महादलितों को मिली 1989-1990 में बासगीत पर्चा की भूमि पर ,कब्जा दिलाने की मांग कर रहे थे। लोग सीओ को बार बार कहने के बाद भी ध्यान नही देने का आरोप लगा रहे थे।
करीब दो घंटे तक चले हंगामे के बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, जिससे नाराज प्रदर्शनकारी वापस लौट गए। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि उन्हें वर्षों पहले जमीन का पर्चा दिया गया था, लेकिन आज तक जमीन पर कब्जा नहीं मिला। बार-बार अंचल कार्यालय में गुहार लगाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
भूमिहीनों की भी समस्याएं
प्रदर्शनकारियों में शामिल कररिया पंचायत के जागीर कररिया निवासी बलदेव माझी, पन्नालाल माझी और अन्य लोगों ने कहा कि वे भूमिहीन हैं और आवास योजना का लाभ न मिलने के कारण जीवन यापन में कठिनाई हो रही है। उन्होंने बताया कि अंचल कार्यालय में कई बार आवेदन देने के बावजूद उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका।
अधिकारियों का बयान
अंचल अधिकारी (सीओ) मोनिका आनंद ने कहा कि जिन लोगों के पास जमीन का पर्चा है, उनका सत्यापन कर जल्द से जल्द कब्जा दिलाया जाएगा। वहीं, भूमिहीन परिवारों को प्रक्रिया के तहत जमीन उपलब्ध कराने की पहल की जाएगी।
गौरतलब है कि प्रखंड के एक दर्जन से अधिक गांवों में महादलित परिवार रहते हैं, जिनमें सैकड़ों परिवारों के पास आज तक जमीन नहीं है। जमीन के अभाव में वे सरकारी आवास योजना का लाभ लेने से वंचित हैं।