Bihar:लोकल पब्लिक न्यूज़/ मुजफ्फरपुर में पुलिस के नाम पर(नकाब में) ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गिरोह के 6 शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। साइबर अपराधियों के द्वारा ठगी के पैसे को पाकिस्तान समेत तीन देशों में भेजा जा रहा है। एक महीने के अंदर एक अरब 3 करोड़ 48 लाख रुपए फ्रॉड कर तीन देशों के खाते में भेजा गया। पुलिस ने दरभंगा, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर में छापेमारी कर 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।
साइबर ठगों मे पाकिस्तान का गठजोड़ का खुलासा एसएसपी राकेश कुमार ने की। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों में दरभंगा के कमतौल थाना के बरमपुर निवासी अंकित कुमार, रोशन कुमार, रतनपुर निवासी दीपक कुमार, मोतिहारी के तुरकौलिया थाना के शंकरसरैया मुंशीइनार निवासी अरशद आलम और अमजद आलम, मुजफ्फरपुर के साहेबगंज निवासी जितेंद्र कुमार शामिल है. इसमें अरशद मास्टरमाइंड है।
सएसपी राकेश कुमार ने बताया कि साइबर अपराधी पुलिस के नाम पर लोगों को फोन करके उनके बेटे या परिजन के गिरफ्तार होने की बात और उन्हें सजा देने की बात कहते हैं। इसके अलावा उनके परिजनों को डरा धमकाकर पैसा वसूलने लगते हैं। जब एक महीना में इस तरह के दर्जनों मामले सामने आए तो मुजफ्फरपुर साइबर पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई। फिर साइबर पुलिस मामले में जांच शुरू की, यूपीआई से खाता में रुपए मंगवाने के कारण चिह्नित हो गया।
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मामले को लेकर एसएसपी राकेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि गिरफ्तार साइबर ठग के पास से 4 लैपटॉप, 19 विभिन्न बैंक के पासबुक, 8 अलग अलग बैंक के चेकबुक, 4 आधार कार्ड, 17 एटीएम कार्ड, 13 अकाउंट ओपनिग किट, 5 पैन कार्ड, 4 सिम कार्ड, 7 मोबाइल समेत अन्य कागजात बरामद किये गये।
पुलिस जांच में पता चला की जितेंद्र क्लास में पढ़ने वाले बच्चों को छात्रवृति के पैसे मिलने के नाम पर अकाउंट बनवाता था। अकाउंट बनवाने के लिए बच्चो का फोटो लेता था. फर्जी सिम कार्ड निकालकर अकाउंट बनाता।
एसएसपी ने बताया की मुजफ्फरपुर से हुए फ्रॉड मामले में करीब 15 लाख रुपए सीज कराया गया है. इस मामले में नेटवर्क प्रोवाइडर के कर्मियों से बातचीत की जाएगी। उन्होंने बताया की जांच में यह बाते भी सामने आई है की पंजाब और हरियाणा से सटे तीन देशों में यह फ्रॉड का पैसा भेजा जा रहा है।